7---ArdhadhAtukaprakaraNam/14---halantadhAtUnAm-iDvyavasthA: Difference between revisions

no edit summary
No edit summary
No edit summary
Line 51:
|<big>अशक्ष्यत्</big>
|}
 
 
<big>शक्लृ शक्तौ स्वा प० (शक्नोति)</big>
 
Line 58 ⟶ 60:
 
<big>२. एकाच्‌-चकारान्तधातवः - षड्‌ धातवः अनिटः |</big>
 
 
{| class="wikitable" style="margin: 1em 1em 1em 0;" width="100%" <table_style > < / table_style
|- style="height: 50px;"
Line 377 ⟶ 381:
 
<big>६. एकाच्‌-धकारान्तधातवः - १० धातवः अनिटः |</big>
 
 
{| class="wikitable"
Line 459 ⟶ 464:
 
<big>७. एकाच्‌-नकारान्तधातवः - द्वौ धातू अनिटौ |</big>
 
{| class="wikitable"
|<big>मन्‌</big>
Line 487 ⟶ 493:
 
<big>८. एकाच्‌-पकारान्तधातवः - १३ धातवः अनिटः |</big>
 
 
{| class="wikitable"
Line 717 ⟶ 724:
 
<big>११. एकाच्‌-शकारान्तधातवः - १० धातवः अनिटः |</big>
 
{| class="wikitable"
|<big>दिश्‌-देश्‌</big>
Line 812 ⟶ 820:
|<big>अदंक्ष्यत्‌</big>
|}
 
 
<big>दिशँ अतिसर्जने तु उ० (दिशति/ते), रिशँ हिंसायाम् तु प० (रिशति), लिशँ गतौ तु प० (लिशति), लिशँ अल्पीभावे दि आ० (लिश्यते), विशँ प्रवेशने तु प० (विशति), रुशँ हिंसायाम् तु प० (रुशति), क्रुशँ आह्वाने रोदने च भ्वा प० (क्रोशति), दृशिँर् प्रेक्षणे भ्वा प० (पश्यति), मृशँ आमर्शने तु प० (मृशति), स्पृशँ संस्पर्शने तु प० (स्पृशति), दंशँ दशने भ्वा प० (दशति)</big>
 
Line 819 ⟶ 829:
 
<big>१२. एकाच्‌-षकारान्तधातवः - १२ धातवः अनिटः |</big>
 
 
{| class="wikitable"
|<big>त्विष्‌-त्वेष्‌</big>
Line 904 ⟶ 916:
|<big>अक्रक्ष्यत्‌ / अक्रक्ष्यत</big>
|}
 
 
<big>त्विषँ दीप्तौ भ्वा उ० (त्वेषति/ते), द्विषँ अप्रीतौ अ उ० (द्वेष्टि/द्विष्टे), पिषॢँ सञ्चूर्णने हिंसायाम् च रु प० (पिनष्टि), विषॢँ व्याप्तौ जु उ० (वेवेष्टि/वेविष्टे), शिषँ हिंसायाम् भ्वा प० (शेषति), शिषॢँ विशेषणे रु प० (शिनष्टि), श्लिषँ आलिङ्गने दि प० (श्लिष्यति), तुषँ प्रीतौ दि प० (तुष्यति), दुषँ वैकृत्ये दि प० (दुष्यति), पुषँ पुष्टौ विभागे च दि प० (पुष्यति), शुषँ शोषणे दि प० (शुष्यति), कृषँ विलेखने भ्वा प० (कर्षति), कृषँ विलेखने तु उ० (कृषति/कृषते)</big>
 
Line 912 ⟶ 926:
 
<big>१३. एकाच्‌-सकारान्तधातवः - द्वौ धातू अनिटौ |</big>
 
{| class="wikitable"
|<big>वस्‌</big>
Line 927 ⟶ 942:
|<big>अघत्स्यत्</big>
|}
 
 
<big>वसँ निवासे भ्वा प० (वसति), घसॢँ अदने भ्वा प० (घसति)</big>
 
Line 936 ⟶ 953:
 
<big>१४. एकाच्‌-हकारान्तधातवः - ८ धातवः अनिटः |</big>
 
{| class="wikitable"
|<big>दह्‌</big>
Line 993 ⟶ 1,011:
|<big>अनत्स्यत् /अनत्स्यत</big>
|}
 
 
 
<big>दहँ भस्मीकरणे भ्वा प० (दहति), दिहँ उपचये अ उ० (देग्धि/दिग्धे), दुहँ प्रपूरणे अ उ० (दोग्धि/दुग्धे), मिहँ सेचने भ्वा प० (मेहति), रुहँ बीजजन्मनि प्रादुर्भावे च भ्वा प० (रोहति), लिहँ आस्वादने अ उ० (लेढि/लीढे), वहँ प्रापणे दि उ० (वहति/ते), णहँ बन्धने दि उ० (नह्यति/ते)</big>
 
<big><br />
अन्ये सर्वे हकारान्तधातवः सेटः |</big>
 
 
<big><br />