1 -प्रथमस्तरः
प्रथमस्तरीय पाठाः
विषयसूचिका | [[THIS PAGE IS RESERVED FOR INTRODUCTION AND INSTRUCTIONS BY SWARUP MAHODAYA]] | ||
विषयसङ्ख्या | विषयः | पुटसंख्या / Link | |
१ | संस्कृतवर्णमाला | Page - 1 | |
२ | वस्तूनां परिचयः | Page - 2 | |
३ | परिचयः | Page - 3 | |
४ | एषः/सः, एषा/सा, एतत्/तत् | Page - 4 | |
५ | सरलवाक्यानि प्रश्नाः च | Page - 5 | |
६ | अस्ति - नास्ति, अत्र - सर्वत्र | Page - 6 | |
७ | अहम्-भवान्-भवती | Page - 7 | |
८ | एतस्य/एतस्याः – तस्य/तस्याः नाम? | Page - 8 | |
९ | सम्बन्धषष्ठी - शब्दानां प्रयोगः | Page - 9 | |
१० | क्रीडा - क्रियापदानि | Page - 10 | |
११ | कर्तृपदयुक्त-क्रियापदानि | Page - 11 | |
१२ | भवान् - भवती | Page - 12 | |
१३ | सङ्ख्याः | Page - 13 | |
१४ | समयः | Page - 14 | |
१५ | बहुवचनम् | Page - 15 | |
१६ | बहुवचनक्रियापदानि | Page - 16 | |
१७ | वर्तमानकालः [लट्लकारः लोट्लकारः] | Page - 17 | |
१८ | द्वितीयाविभक्तिः | Page - 18 | |
१९ | कदा ?; कुत्र ?; किम् ? | Page - 19 | |
२० | सम्भाषणम् | Page - 20 | |
२१ | स्थावरवस्तूनि | Page - 21 | |
२२ | दिशाः | Page - 22 | |
२३ | पञ्चम्यर्थे तः | Page - 23 | |
२४ | शीघ्रं, मन्दं, शनैः, उच्चैः | Page - 24 | |
२५ | कथम् ?; किमर्थम् ? | Page - 25 | |
२६ | भूतकालकृदन्तरूपाणि | Page - 26 | |
२७ | भविष्यत्कालरूपाणि | Page - 27 | |
२८ | सम्बोधनरूपाणि | Page - 28 | |
२९ | यदि - तर्हि | Page - 29 | |
३० | यदा - तदा | Page - 30 | |
३१ | यत्र – तत्र | Page - 31 | |
३२ | च - एव - अपि - इति | Page - 32 | |
३३ | तः पर्यन्तम् | Page - 33 | |
३४ | सह - विना | Page - 34 | |
३५ | अद्य - ह्यः - परश्वः, वासराणि, अद्यतन - ह्यस्तन - श्वस्तन | Page - 35 | |
३६ | आगामि - गत | Page - 36 | |
३७ | यावत् - तावत् | Page - 37 | |
३८ | स्म -प्रयोगः | Page - 38 | |
३९ | क्त्वा- ल्यप् | Page - 39 | |
४० | तुमुन्-प्रत्ययः | Page - 40 | |
४१ | अपेक्षा / अपेक्षया | Page - 41 | |
४२ | रुचिवाचकाः | Page - 42 | |
४३ | विरुद्धार्थकाः शब्दाः | Page - 43 | |
४४ | चेत् , नो चेत् | Page - 44 | |
४५ | शरीरावयवनामानि | Page - 45 | |
४६ | यः - सः , या-सा | Page - 46 | |
४७ | यत् -- तत् , यद्यपि - तथापि | Page - 47 | |
४८ | कुटुम्ब-सम्बन्धशब्दाः | Page - 48 | |
४९ | अभ्यासानाम् उत्तराणि | Page - 49 |
१. संस्कृतवर्णमाला
अक्षरम् = उच्चार्यमाणः ध्वनिः ।
स्वरः = यः स्वयं राजते सः स्वरः । स्वयम् उच्चार्यमाणम् अस्ति।
व्यञ्जनम् = व्यञ्जनस्य उच्चारणं स्वरसहितं भवति ।
अयोगवाहाः - एतेषां वर्णानां प्रयोगः भाषायाम् अस्ति।
- अनुस्वारः - स्वरेण सह योजितः ।
- विसर्गः - स्वरेण सहित योजितः ।
- जिह्वामूलीयः - कखाभ्यां पूर्वं स्थितः अर्धविसर्गसदृशः वर्णः।
- उपध्मानीयः - पफाभ्यां पूर्वः स्थितः अर्धविसर्गसदृशः वर्णः।
शब्देषु वर्णानां निदर्शनम् (आनुपूर्वी)
अश्वः = अ + श् + व् + अः | अश्वः = अ + श् + व् + अः |
---|---|
अश्वः | = अ + श् + व् + अः |
रामः | = र् + आ + म् + अः |
सीता | = स् + ई + त् + आ |
देवी | = द् + ए + व् + ई |
फलम् | = फ् + अ + ल् + अ + म् |
औषधम् | = औ + ष् + अ + ध् + अ + म् |
गुणिताक्षराणि चिह्नानि
स्वरः | अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ऋ | ॠ | ऌ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
चिह्नः | ा | ि | ी | ु | ू | ृ | ॄ | ॢ | े | ै | ो | ौ | ं | : |
गुणिताक्षराणि - व्यञ्जनाक्षराणि [सस्वरव्यञ्जनस्य लेखनम्]
स्वरः | अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ऋ | ॠ | ऌ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
चिह्नः | ा | ि | ी | ु | ू | ृ | ॄ | ॢ | े | ै | ो | ौ | ं | : | |
क् | क | का | कि | की | कु | कू | कृ | कॄ | कॢ | के | कै | को | कौ | कं | कः |
ख् | ख | खा | खि | खी | खु | खू | खृ | खॄ | खॢ | खे | खै | खो | खौ | खं | खः |
Transliteration Guide [IAST] – Vowels- स्वराः
अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ऋ | ॠ | ऌ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
a | ā | i | ī | u | ū | ṛ | ṝ | ḷ | e | ai | o | ou | ṃ | ḥ |
Transliteration Guide [IAST] – Consonants - व्यञ्जनाक्षराणि
क | k | ख | kh | ग | g | घ | gh | ङ | ṅ |
च | c | छ | ch | ज | j | झ | jh | ञ | ñ |
ट | ṭ | ठ | ṭh | ड | ḍ | ढ | ḍh | ण | ṅ |
त | t | थ | th | द | d | ध | dh | न | n |
प | p | फ | ph | ब | b | भ | bh | म | m |
य | y | र | r | ल | l | व | v | ||
श | ś | ष | ṣ | स | s | ह | h |
संयुक्ताक्षराणि [Conjunct Consonants]:
यदा स्वरस्य व्यवधानं विना द्वे अथवा अधिकानि व्यञ्जनानि एकत्र विद्यन्ते, तदा तस्य संयुक्ताक्षरम् इति कथ्यते।
Two or more consonants together without intervening vowel or pause between them is called “ Conjunct Consonant”.
यथा ---
उदाहरणानि | संयुक्ताक्षरम् |
---|---|
आत्मा | = त् + म् = त्म |
संस्कृतम् | = स् + क् = स्क् |
तत्र | = त् + र् = त्र् |
कृष्णः | = ष् + ण् = ष्ण् |
श्यामः | = श् + य् = श्य् |
अद्य | = द् + य् - द्य् |
नद्यौ | = द् + य् = द्य् |
भक्तः | = क् + त् = क्त् |
सप्ताहः | = प् + त् = प्त् |
पुस्तकम् | = स् + त् = स्त् |
कानिचन संयुक्ताक्षराणि ---
उदाहरणानि | संयुक्ताक्षराणि |
---|---|
क् + क् | = क्क् |
क् + त् | = क्त् |
क् + त् + व् | = क्त्व् |
ग् + र् | = ग्र् |
ग् + ल् | = ग्ल् |
ग् + व् | = ग्व् |
घ् + न् | = घ्न् |
श् + र् | = श्र् |
श् + ल् | = श्ल् |
ष् + क् | = ष्क् |
श् + न् | = श्न् |
त् + स् | = त्स् |
श् + व् | = श्व् |
श् + च् | = श्च् |
ङ् + ग् | = ङ्ग् |
च् + छ् | = च्छ् |
त् + य् | = त्य् |
न् + त् | = न्त् |
ज् + ञ् | = ज्ञ् |
क् + ष् | = क्ष् |
क् + र् | = क्र् |
छ् + र् | = छ्र् |
ट् + र् | = ट्र् |
ड् + र् | = ड्र् |
स् + र् | = स्र् |
ह् + र् | = ह्र् |
शब्देषु संयुक्ताक्षराणां निदर्शनम् ---
उदाहरणानि | संयुक्ताक्षराणि |
---|---|
कुक्कुटः | = क् + उ + क् + क् + उ + ट् + अ + : |
अर्कः | = अ + र् + क् + अ + : |
अङ्गम् | = अ + ङ् + ग् + अ + म् |
उष्णम् | = उ + ष् + ण् + अ + म् |
आप्नोति | = आ + प् + न् + ओ + ति |
विज्ञानम् | = व् + इ + ज्ञ् + आ + न् + अ + म् |
क्षत्रीयः | = क् + ष् + अ + त् + र् + इ + य् + अ + ः |
मण्डूकः | = म् + अ + ण् + ड् + ऊ + क् + अ + ः |
अङ्कनी | = अ + ङ् + क् + न् + ई |
शृङ्खला | = श् + ॠ + ङ् + ख् + अ + ल् + आ |
उष्ट्रः | = उ + ष् + ट् + र् + अ + ः |
संस्कृतवर्णमाला - अभ्यासः
१. मात्राणां लेखानाभ्यासः
स्वरः | अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ऋ | ॠ | ऌ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
चिह्नः | ा | ि | ी | ु | ू | ृ | ॄ | ॢ | े | ै | ो | ौ | ं | : | |
क् | क | का | कि | की | कु | कू | कृ | कॄ | कॢ | के | कै | को | कौ | कं | कः |
ख् | ख | खा | खि | खी | खु | खू | खृ | खॄ | खॢ | खे | खै | खो | खौ | खं | खः |
ग् | |||||||||||||||
घ् | |||||||||||||||
ङ् | |||||||||||||||
च् | |||||||||||||||
छ् | |||||||||||||||
ज् | |||||||||||||||
झ् | |||||||||||||||
ञ् | |||||||||||||||
त् | |||||||||||||||
थ् | |||||||||||||||
द् | |||||||||||||||
ध् | |||||||||||||||
न् | |||||||||||||||
ट् | |||||||||||||||
ठ् | |||||||||||||||
ड् | |||||||||||||||
ढ् | |||||||||||||||
ण् | |||||||||||||||
प् | |||||||||||||||
फ् | |||||||||||||||
ब् | |||||||||||||||
भ् | |||||||||||||||
म् | |||||||||||||||
य् | |||||||||||||||
र् | |||||||||||||||
ल् | |||||||||||||||
व् | |||||||||||||||
श् | |||||||||||||||
ष् | |||||||||||||||
स् | |||||||||||||||
ह् |
२. उदाहरणानुगुणं वर्णान् पृथक्कृत्य (आनुपूर्वीं ) लिखतु ---
१. बालकः | = ब् + आ + ल् + अ + क् + अः |
२. नायकः | = |
३. भरतः | = |
४. वानरः | = |
५. घटः | = |
६. फलम् | = |
७. नगरम् | = |
८. वातायनम् | = |
९. कागदम् | = |
१०. मुखम् | = |
११. लता | = |
१२. पेटिका | = |
१३. माला | = |
१४. देवी | = |
१५. अजा | = |
३. संयुक्ताक्षरयुक्तेषु शब्देषु उदाहरणानुगुणं वर्णान् पृथक्करोतु ---
१. कृष्णः | = क् + ॠ + ष् + ण् + अः |
२. वृक्षः | = |
३. मत्स्यः | = |
४. कूर्मः | = |
५. ग्रन्थः | = |
६. क्रीडाङ्गणम् | = |
७. पादकन्दुकम् | = |
८. पुष्पम् | = |
९. पुस्तकम् | = |
१०. कार्यालयम् | = |
११. षष्टिः | = |
१२. सप्ततिः | = |
१३. पञ्चाशीतिः | = |
१४. द्वादशः | = |
१५. त्रिंशत् |
परिशिष्टम्
पदम् = वर्णानाम् अर्थवान् समूहः पदम् ।
वाक्यम् = अर्थवत्पदानां समूहः वाक्यम् ।
यथाः
वाक्यम् | पदम् | वर्णाः |
---|---|---|
श्यामः फलं खादति । | श्याम् | श्यामः = श् + य् + आ + म् + अ : |
फलम् | फलम् = फ् + अ + ल् + अ + म् | |
खादति | खादति = ख् + आ + द् + अ + त् + इ |
पदं द्विविधम् [ सुप्तिङन्तं पदम् १.१.१४ ]
सुबन्तम् /नामपदम्
सुबन्तम् = सुप् + अन्तम् यथा - |
प्रातिपदिकं + सुप् -प्रत्ययः ( ये प्रत्ययाः प्रातिपदिकेभ्यः आगच्छन्तिः, ते सुप्-प्रत्ययाः ) |
---|---|
रामः | रामः = राम [प्रातिपदिकम्] + सुँ |
शिवः | शिवः = शिव + सुँ |
सीता | सीता = सीता + सुँ |
पार्वती | पार्वती = पार्वती + सुँ |
तिङन्तम्/ क्रियापदम् (यत् क्रियां सूचयति तत् तिङन्तपदं/ क्रियापदम्) तिङन्तम् = तिङ् + अन्तम् । यथा - | धातुः +विकरणप्रत्ययः + तिङ् -प्रत्ययः |
---|---|
पठति | पठति = पठ् [धातुः] +अ+ ति [प्रथमपुरुष- एकवचनान्त-तिङ-प्रत्ययः] |
धावति | धावति = धाव् + अ+ ति |
खादति | खादति = खाद् + अ + ति |
हसति | हसति = हस् +अ + ति |
PAGE 1
1. Lesson 1 PDF
2. Lesson 1 AbhyasaH PDF
२. वस्तूनां परिचयः
अधोभागे स्थितेषु कोष्ठकेषु भिन्नानि वस्तूनि दर्शितानि सन्ति। तेषां नामानि पठतु। नाम्नाम् उच्चारणानि श्रोतुं पदानि नोदयतु।
पुंलिङ्ग-पदानि
विद्यालयः | स्यूतः | चषकः | पर्वतः | दीपः |
---|---|---|---|---|
करदीपः | दण्डदीपः | तालः | आसन्दः | दर्पणः |
मञ्चः | पिञ्जः | कटाहः | धनकोशः | अग्निचुल्ली/चुल्लिः |
अनलचुल्ली / चुल्लिः | हस्तपः (पौ) | मन्थानः | हारः (हारौ) | दोलः |
स्त्रीलिङ्ग-पदानि
नपुंसकलिङ्ग-पदानि
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वस्तूनां परिचयः pdf