३१. यत्र – तत्र

From Samskrita Vyakaranam
(Redirected from ३१. यत्र – तत्र)
13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons/yatra–tatra
Jump to navigation Jump to search
Home

यत्र - तत्र

यत्र - तत्र इति अव्ययपदानि।

एतानि वाक्यानि पठतु

यत्र योगेश्वरः कृष्णः यत्र पार्थः धनुर्धरः तत्र श्रीः, विजयः, भूतिः, ध्रुवा, नीतिः च सन्ति।
यत्र शर्करा अस्ति तत्र पिपीलिकाः भवन्ति ।
यत्र ग्रन्थालयः अस्ति, तत्र पुस्तकानि सन्ति ।
यत्र माता वर्तते, तत्र शिशुः गच्छति।
यत्र पुष्पम् अस्ति तत्र सुगन्धः प्रसरति।


अभ्यासः

उपरिदत्तानि उदाहरणानि दृष्ट्वा वाक्यानि लिखतु।


1. क्रीडाङ्गणम् - प्रेक्षकाः


-------------------------------------------------------------------।

2. मन्दिरम् - भक्ताः


-------------------------------------------------------------------।

3. आपणः - जनाः


-------------------------------------------------------------------।

4. पाठशाला - विद्यार्थिनः


-------------------------------------------------------------------।

5. कदलीवनम् – वानराः


-------------------------------------------------------------------।

6. समुद्रः – तरङ्गाः


-------------------------------------------------------------------।

7. आश्रमः - साधवः


-------------------------------------------------------------------।

8. सङ्गीत-सम्मेलनम् - गायकाः


-------------------------------------------------------------------।

9. वनम् - मृगाः


-------------------------------------------------------------------।

10. प्रकाशः - अन्धकारः


------------------------------------------------------------ नास्ति।


11. -------------------------------------------------------------------।


12. -------------------------------------------------------------------।


13. -------------------------------------------------------------------।


14. -------------------------------------------------------------------।


15. -------------------------------------------------------------------।


यत्र - तत्र pdf


PAGE 31