६. अस्ति नास्ति अत्र सर्वत्र

From Samskrita Vyakaranam
Revision as of 01:30, 26 August 2023 by Shobha Chillal (talk | contribs)

13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons/asti-nAsti-atra-sarvatra
Jump to navigation Jump to search
Home

अस्ति, नास्ति

अस्ति अपि च नास्ति इति पदयोः अभ्यासः

  1. अस्य अभ्यासस्य कृते वस्तूनां परिचयः इति पाठे दत्तानि वस्तूनि अवलोकयतु, तेषां नामानि अवगच्छतु स्मरतु च।
  2. इदानीं कोष्ठके स्थितानि वस्तूनि परिशीलयतु। अत्र किम् अस्ति किं नास्ति इति अधोभागे स्थिते कोष्ठके लिखतु।

उदाहरणम् अनुसृत्य वाक्यानि लिखतु।

अत्र अस्ति

अत्र नास्ति

अत्र वातायनम् अस्ति
  1. -----    --------    -----  
  2. -----    --------    -----  
  3. -----    --------    -----  
  4. -----    --------    -----  
  5. -----    --------    -----  
  6. -----    --------    -----  
  7. -----    --------    -----  
  8. -----    --------    -----  
  9. -----    --------    -----  
  10. -----    --------    -----  
  11. -----    --------    -----  
  12. -----    --------    -----  
  13. -----    --------    -----  
  14. -----    --------    -----  
  15. -----    --------    -----  
अत्र जङ्गम-दूरवाणी नास्ति
  1. -----    --------    -----  
  2. -----    --------    -----  
  3. -----    --------    -----  
  4. -----    --------    -----  
  5. -----    --------    -----  
  6. -----    --------    -----  
  7. -----    --------    -----  
  8. -----    --------    -----  
  9. -----    --------    -----
  10. -----    --------    -----
  11. -----    --------    -----
  12. -----    --------    -----
  13. -----    --------    -----
  14. -----    --------    -----
  15. -----    --------    -----


सर्वत्र अस्ति , सर्वत्र नास्ति

सर्वत्र इति अव्ययपदम्।

जगति किं सर्वत्र अस्ति अपि च किं सर्वत्र नास्ति इति चिन्तयतु।

यथा

वायुः सर्वत्र अस्ति। जलं सर्वत्र नास्ति।

तथा एव अन्यानि वाक्यानि अधोभागे स्थिते कोष्ठके लिखतु।

अभ्यासः

सर्वत्र अस्ति सर्वत्र नास्ति
  1. -----    --------    -----  
  2. -----    --------    -----  
  3. -----    --------    -----
  1. -----    --------    -----  
  2. -----    --------    -----  
  3. -----    --------    -----


परिशिष्टम्

अव्ययपदानि

अव्ययं [Indeclinable] नाम् किम्?

 सदृशम् त्रिषु लिङ्गेषु, सर्वासु च विभक्तिषु ।

वचनेषु च सर्वषु, यन्नव्येति तदव्ययम् ।

यस्य शब्दस्य सर्वदा एकम् एव रुपं भवति, सः शब्दः अव्ययम् इति नाम्ना ज्ञायते। लिङ्गविभक्तिवचनमनुसृत्य तस्य परिवर्तनं न भवति।

यथा ---

त्रिषु लिङ्गेषु –

  1. मोहनः अपि पतति। [पुं]
  2. माला अपि पतति। [स्त्री]
  3. फलम् अपि पतति।  [नपुं]

सप्तसु विभक्तिषु –

  1. गणेशः अपि मन्दिरे अस्ति। [प्र. वि.]
  2. गणेशम् अपि हारं अर्पयतु। [द्वि. वि.]
  3. गणेशेन सह पार्वती अपि अस्ति। [तृ. वि.]
  4. गणेशाय नमस्करोतु। पार्वत्यै अपि नमस्करोतु। [च. वि.]
  5. गणेशात् अपि आशीर्वादं स्वीकरोतु। [पं. वि. ]
  6. गणेशस्य अपि पूजां करोतु। [ष. वि.]
  7. गणेशे अपि भक्तिः भवतु। [स. वि.]

त्रिषु वचनेषु –

  1. बालकः अपि पुस्तकं पठति। [ए. व.]
  2. बालकौ अपि पुस्तकं पठतः। [द्वि. व.]
  3. बालकाः अपि पुस्तकं पठन्ति। [ब. व.]

अपि”  इति अव्ययम् । तस्य एकम् एव रूपम् उपरि लिखितेषु वाक्येषु दृश्यते। लिङ्गविभक्तिवचनमनुसृत्य परिवर्तनं  ना भवति।

List of commonly used अव्ययानि|

क्र. अव्ययम् Meaning in English
अत्र Here
तत्र There
कुत्र Where
अन्यत्र Somewhere
सर्वत्र Everywhere
एकत्र Together
And
अपि Also or Too
एव Only
१० इति That is what
११ यत् That
१२ पूर्वम् Before
१३ इदानीम् Now
१४ कदा When
१५ कुतः From where
१६ इतः From here
१७ ततः From there
१८ सह With
१९ विना Without
२० कथम् How
२१ किमर्थम् Why
२२ आम् Yes
२३ No
२४ यतः Because
२५ निश्चयेन Definitely
२६ शनैः Slowly, gradually
२७ उच्चैः Loudly, high
२८ पुरतः In front
२९ पृष्ठतः Behind
३० वामतः To the left
३१ दक्षिणतः To the right
३२ उपरि Above
३३ अधः Under
३४ अन्तः Inside
३५ अद्य Today
३६ श्वः Tomorrow
३७ परश्वः Day after tomorrow
३८ प्रपरश्वः Three days after today
३९ ह्यः Yesterday
४० परह्यः The day before yesterday
४१ प्रपरह्यः The days before today



PAGE 6

अस्ति नास्ति अत्र सर्वत्र.pdf