From Samskrita Vyakaranam
13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons/bahuvacanakriyApadani
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बहुवचनक्रियापदनि
(वर्तमानकालः / लट्कारः)
|
प्र. पु. ए. व.
|
|
प्र. पु. ब. व.
|
|
गच्छति
|
|
गच्छन्ति
|
|
आगच्छति
|
|
आगच्छन्ति
|
|
क्रीडति
|
|
क्रीडन्ति
|
|
खादति
|
|
खादन्ति
|
|
पश्यति
|
|
पश्यन्ति
|
|
नृत्यति
|
|
नृत्यन्ति
|
वर्तमानकाले (लट्लकारे) बहुवचनानि
क्र.
|
प्र. पु. ए. व.
|
प्र्. पु. ब. व.
|
१
|
भवति
|
भवन्ति
|
२
|
पठति
|
पठन्ति
|
३
|
लिखति
|
लिखन्ति
|
४
|
नमति
|
नमन्ति
|
५
|
यच्छति
|
यच्छन्ति
|
६
|
नृत्यति
|
नृत्यन्ति
|
७
|
स्नाति
|
स्नान्ति
|
८
|
पतति
|
पतन्ति
|
९
|
गच्छति
|
गच्छन्ति
|
१०
|
गायति
|
गायन्ति
|
११
|
पिबति
|
पिबन्तु
|
१२
|
खादति
|
खादन्ति
|
१३
|
धावति
|
धावन्ति
|
१४
|
हसति
|
हसन्ति
|
१५
|
भ्रमति
|
भ्रमन्ति
|
१६
|
गर्जति
|
गर्जन्ति
|
१७
|
रक्षति
|
रक्षन्ति
|
१७
|
कर्षति
|
कर्षन्ति
|
१९
|
क्षिपति
|
क्षिपन्ति
|
२०
|
वदति
|
वदन्ति
|
२१
|
पचति
|
पचन्ति
|
२२
|
पृछति
|
पॄच्छन्ति
|
२३
|
पश्यति
|
पश्यन्ति
|
२४
|
विकसति
|
विकसन्ति
|
२५
|
चरति
|
चरन्ति
|
२६
|
स्मरति
|
स्मरन्ति
|
२७
|
अर्चति
|
अर्चन्ति
|
२८
|
क्रीडति
|
क्रीडन्ति
|
२९
|
तरति
|
तरन्ति
|
३०
|
तिष्ठति
|
तिष्ठन्ति
|
लोट्लकारे (विनन्ति अथवा आज्ञा) बहुवचनानि
क्र.
|
प्र. पु. ए. व.
|
प्र्. पु. ब. व.
|
१
|
भवतु
|
भवन्तु
|
२
|
पठतु
|
पठन्तु
|
३
|
लिखतु
|
लिखन्तु
|
४
|
नमतु
|
नमन्तु
|
५
|
यच्छतु
|
यच्छन्तु
|
६
|
नृत्यतु
|
नृत्यन्तु
|
७
|
स्नातु
|
स्नान्तु
|
८
|
पततु
|
पतन्तु
|
९
|
गच्छतु
|
गच्छन्तु
|
१०
|
गायतु
|
गायन्तु
|
११
|
पिबतु
|
पिबन्तु
|
१२
|
खादतु
|
खादन्तु
|
१३
|
धावतु
|
धावन्तु
|
१४
|
हसतु
|
हसन्तु
|
१५
|
भ्रमतु
|
भ्रमन्तु
|
१६
|
गर्जतु
|
गर्जन्तु
|
१७
|
रक्षतु
|
रक्षन्तु
|
१८
|
कर्षतु
|
कर्षन्तु
|
१९
|
क्षिपतु
|
क्षिपन्तु
|
२०
|
वदतु
|
वदन्तु
|
२१
|
पचतु
|
पचन्तु
|
२२
|
पृछतु
|
पृच्छन्तु
|
२३
|
पश्यतु
|
पश्यन्तु
|
२४
|
विकसतु
|
विकसन्तु
|
२५
|
चरतु
|
चरन्तु
|
२६
|
स्मरतु
|
स्मरन्तु
|
२७
|
अर्चतु
|
अर्चन्तु
|
२८
|
क्रीडतु
|
क्रीडन्तु
|
२९
|
तरतु
|
तरन्तु
|
३०
|
तिष्ठतु
|
तिष्ठन्तु
|
वर्तमानकाले (लट्लकारे) विशेषक्रियापदानि
क्र
|
धातु;
|
प्र. पु. ए. व.
|
प्र्. पु. ब. व.
|
१
|
कृ
|
करोति
|
कुर्वन्ति
|
२
|
क्री
|
क्रीणाति
|
क्रीणन्ति
|
३
|
ग्रह्
|
गृह्णाति
|
गृह्णन्ति
|
४
|
शक्
|
शक्नोति
|
शक्नुवन्ति
|
५
|
श्रु
|
शृणोति
|
शृण्वन्ति
|
६
|
चि
|
चिनोति
|
चिन्वन्ति
|
७
|
प्र+ आप्
|
प्राप्नोति
|
प्राप्नुवन्ति
|
८
|
रुद्
|
रोदिति
|
रोदन्ति
|
९
|
द
|
ददाति
|
ददति
|
१०
|
हु
|
जुहोति
|
जुह्वति
|
११
|
बन्ध्
|
बध्नाति
|
बध्नन्ति
|
१२
|
ज्ञा
|
जानाति
|
जानन्ति
|
|
|
उ.पु.ए.व.
|
उ. पु. ब. व.
|
१
|
कृ
|
करोमि
|
कुर्मः
|
२
|
क्री
|
क्रीणामि
|
क्रीणीमः
|
३
|
ग्रह्
|
गृह्णामि
|
गृह्णीमः
|
४
|
शक्
|
शक्नोमि
|
शक्नुमः
|
५
|
श्रु
|
शृणोमि
|
शृणुमः
|
६
|
चि
|
चिनोमि
|
चिनुमः
|
७
|
प्र + आप्
|
प्राप्नोमि
|
प्राप्नुमः
|
८
|
रुद्
|
रोदिमि
|
रुदिमः
|
९
|
दा
|
ददामि
|
दद्मः
|
१०
|
हु
|
जुहोमि
|
जुहुमः
|
११
|
बन्ध्
|
बध्नामि
|
बध्नीमः
|
१२
|
ज्ञा
|
जानामि
|
जानीमः
|