13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons/yadi-tarhi: Difference between revisions
No edit summary |
No edit summary |
||
(14 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{DISPLAYTITLE:यदि - तर्हि}} |
{{DISPLAYTITLE:२९. यदि - तर्हि}} |
||
[[File:Home 13-2023.png|48x48px|thumb|'''[[13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons-2023|Home]]''']] |
[[File:Home 13-2023.png|48x48px|thumb|'''[[13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons-2023|Home]]''']] |
||
⚫ | |||
=== <big>'''यदि |
=== <big>'''यदि, तर्हि इति अव्ययपदानि'''</big> === |
||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>यदि |
#<big>यदि परिक्षा भवति तर्हि छात्राः पठन्ति।</big> |
||
⚫ | |||
#<big>यदि आसन्दः अस्ति, तर्हि सः उपविशति।</big> |
|||
#<big>यदि वृष्टिः भवति तर्हि नदीषु, सरोवरेषु, कूपेषु च जलं वर्तते ।</big> |
|||
#<big>यदि पिता सायङ्काले शीघ्रम् आगच्छति तर्हि आवाम् आपणं गच्छावः।</big> |
|||
#<big>यदि सर्वे मिलित्वा कुर्वन्ति तर्हि कार्यं सुलभतया शीघ्रतया च समाप्तं भवति ।</big> |
|||
#<big>यदि शालागमने विलम्बः भवति तर्हि अध्यापकः तर्जयति।</big> |
|||
#<big>यदि अवकाशः भवति तर्हि अद्य भवतीं मेलिष्यामि।</big> |
|||
<big>यदि means if , तर्हि means then.</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
====<big>१. उपरितन उदाहरणानि अनुसृत्य अधो भागे वाक्यानि रचयतु ।</big>==== |
|||
<big>यदि परिक्षा भवति तर्हि छात्रः पठति।</big> |
|||
⚫ | |||
<big>१. पुष्पाणि सन्ति। माला भवति । </big> |
|||
⚫ | |||
<big>यदि |
<big>'''यदि''' पुष्पाणि सन्ति '''तर्हि''' माला भवति।</big> |
||
⚫ | |||
<big>यदि वृष्टिः अस्ति तर्हि बालकः विद्यालयम् न गच्छति।</big> |
|||
<big> |
<big>३. पिता कन्दुकम् आनयति। बालकाः क्रीडन्ति।</big> |
||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>१. अधो भागे उदाहरणं पश्यतु। अत्र वाक्यद्वयं लिखितं अस्ति। “'''यदि-तर्हि”''' इति योजयित्वा एकं वाक्यं कृतमस्ति । तथा एव अन्यानि वाक्यानि लिखतु।</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big> |
<big>७. सैनिकाः सन्ति। देशस्य रक्षणं भवति।</big> |
||
<big> |
<big>८. भवान् औषधं पिबति। स्वस्ठः भवति।</big> |
||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>3. पिता कन्दुकम् आनयति। बालकाः क्रीडन्ति।</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>निद्रा- शयनम् </big> |
|||
<big>7. सैनिकाः सन्ति। देशस्य रक्षणं भवति।</big> |
|||
⚫ | |||
<big>8. भवान् औषधं पिबति। स्वस्ठः भवति।</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।</big> |
|||
<big>3.पिपासा - जलम् </big> |
|||
⚫ | |||
<big>…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।</big> |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।</big> |
|||
⚫ | |||
<big>5. धनम् - उद्योगः </big> |
|||
<big>…………अस्ति ………. ………. ……….. ………..|</big> |
|||
<big>…… …… अपेक्षितं…… …… आवश्यकः।</big> |
|||
⚫ | |||
<big> |
<big>6. शान्तिः - सत्सङ्गः</big> |
||
<big>…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यक:।</big> |
|||
⚫ | |||
<big> |
<big>7. क्षीरम् - धेनुः</big> |
||
<big>…… ……अपेक्षितं…… …… आवश्यकी।</big> |
|||
<big>…………… आवश्यकं …….. ……… …………… ………|</big> |
|||
<big> |
<big>8. कार्यसिद्धिः - परिश्रमः </big> |
||
<big>…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यकः।</big> |
|||
<big>7. क्षीरम् - क्षीरकेन्द्रम् </big> |
|||
<big> |
<big>9. चाकलेहः - धनम्</big> |
||
<big>…… ……अपेक्षितः…… …… आवश्यकम्।</big> |
|||
<big> |
<big>10. तृप्तिः - समाजसेवा </big> |
||
<big>…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यकी।</big> |
|||
<big>10. तृप्तिः - समाजसेवा </big> |
|||
====<big>अभ्यासः </big>==== |
|||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
{| class="wikitable" |
{| class="wikitable" |
||
|<big>वस्तुनाम </big> |
|<big>वस्तुनाम </big> |
||
|<big>एकदिनस्य </big> |
|<big>एकदिनस्य </big> |
||
|<big>दिनद्वयस्य </big> |
|<big>दिनद्वयस्य </big> |
||
|<big>दिनत्रयस्य </big> |
|<big>दिनत्रयस्य </big> |
||
|- |
|- |
||
|<big>शय्या </big> |
|<big>शय्या </big> |
||
|<big>४.००</big> |
|<big>४.००</big> |
||
|<big>७. |
|<big>७.००</big> |
||
|<big>१०.००</big> |
|<big>१०.००</big> |
||
|- |
|- |
||
|<big>वस्त्रकटः </big> |
|<big>वस्त्रकटः </big> |
||
|<big>५.००</big> |
|<big>५.००</big> |
||
|<big>९.००</big> |
|<big>९.००</big> |
||
|<big>१२.००</big> |
|<big>१२.००</big> |
||
|- |
|- |
||
|<big>उपधानम् </big> |
|<big>उपधानम् </big> |
||
|<big>२.००</big> |
|<big>२.००</big> |
||
|<big>४.००</big> |
|<big>४.००</big> |
||
|<big>५.००</big> |
|<big>५.००</big> |
||
|- |
|- |
||
|<big> |
|<big>आच्छादकम् </big> |
||
|<big>१.००</big> |
|<big>१.००</big> |
||
|<big>२.००</big> |
|<big>२.००</big> |
||
|<big>३.००</big> |
|<big>३.००</big> |
||
|} |
|} |
||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
⚫ | |||
<big>3. …………वस्त्रकटः ………… ………… ……… ……………….।</big> |
<big>3. …………वस्त्रकटः ………… ………… ……… ……………….।</big> |
||
Line 140: | Line 153: | ||
<big>11. …………आच्छादकम् ………… ………… ……… ………….।</big> |
<big>11. …………आच्छादकम् ………… ………… ……… ………….।</big> |
||
<big>'''[https://static.miraheze.org/samskritavyakaranamwiki/6/66/29-yadi-tarhi.pdf यदि, तर्हि pdf]'''</big> |
|||
'''PAGE 29''' |
Revision as of 02:42, 13 August 2023
यदि, तर्हि इति अव्ययपदानि
यदि - If , तर्हि - Then.
एतानि वाक्यानि पठतु, अवगच्छतु च
- यदि परिक्षा भवति तर्हि छात्राः पठन्ति।
- यदि जलम् अस्ति तर्हि सस्यानां सेचनं भवति।
- यदि आसन्दः अस्ति, तर्हि सः उपविशति।
- यदि वृष्टिः भवति तर्हि नदीषु, सरोवरेषु, कूपेषु च जलं वर्तते ।
- यदि पिता सायङ्काले शीघ्रम् आगच्छति तर्हि आवाम् आपणं गच्छावः।
- यदि सर्वे मिलित्वा कुर्वन्ति तर्हि कार्यं सुलभतया शीघ्रतया च समाप्तं भवति ।
- यदि शालागमने विलम्बः भवति तर्हि अध्यापकः तर्जयति।
- यदि अवकाशः भवति तर्हि अद्य भवतीं मेलिष्यामि।
अभ्यासः
१. उपरितन उदाहरणानि अनुसृत्य अधो भागे वाक्यानि रचयतु ।
यथा –
१. पुष्पाणि सन्ति। माला भवति ।
यदि पुष्पाणि सन्ति तर्हि माला भवति।
२. आम्रफलानि पक्वानि सन्ति । अहं क्रीणामि।
३. पिता कन्दुकम् आनयति। बालकाः क्रीडन्ति।
४. अभ्यासः सम्यक् भवति। छात्राः उत्तीर्णाः भवन्ति।
५. संस्कृतं पठन्ति। बहु लाभः भवति।
६. विद्युत् अस्ति। दिपः ज्वलति।
७. सैनिकाः सन्ति। देशस्य रक्षणं भवति।
८. भवान् औषधं पिबति। स्वस्ठः भवति।
९. लोकयानं वेगेन न गच्छति। समये तत्र न प्राप्नुमः।
१०. श्वः विरामः भवति। चलनचित्रमन्दिरं गमिष्यामः।
अभ्यासः
२. अधः शब्दद्वयं निर्दिष्टम् अस्ति | शब्दद्वयं प्रयुज्य “यदि - तर्हि” युक्तानि वाक्यानि लिखतु |
उदा-
निद्रा- शयनम्
यदि निद्रा आगच्छति तर्हि शयनं करोतु |
1.ज्वर: - औषधम्
…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।
2. बुभुक्षा - भोजनम्
…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।
3.पिपासा - जलम्
…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।
4. दृष्टिदोषः - उपनेत्रम्
…… ……अस्ति …… …… आवश्यकम्।
5. धनम् - उद्योगः
…… …… अपेक्षितं…… …… आवश्यकः।
6. शान्तिः - सत्सङ्गः
…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यक:।
7. क्षीरम् - धेनुः
…… ……अपेक्षितं…… …… आवश्यकी।
8. कार्यसिद्धिः - परिश्रमः
…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यकः।
9. चाकलेहः - धनम्
…… ……अपेक्षितः…… …… आवश्यकम्।
10. तृप्तिः - समाजसेवा
…… ……अपेक्षिता…… …… आवश्यकी।
अभ्यासः
३. समीरः शय्यादिवस्त्राणि भाटकार्थं ददाति | भाटकविवरणम् अधोभागे दत्तमस्ति
वस्तुनाम | एकदिनस्य | दिनद्वयस्य | दिनत्रयस्य |
शय्या | ४.०० | ७.०० | १०.०० |
वस्त्रकटः | ५.०० | ९.०० | १२.०० |
उपधानम् | २.०० | ४.०० | ५.०० |
आच्छादकम् | १.०० | २.०० | ३.०० |
उपरितनविवरणस्य आधारेण किं वस्तु कति दिनानि नीतं चेत् कियत् मूल्यं दातव्यम् इति “यदि-तर्हि” इति उपयुज्य लिखतु ।
उदा- यदि शय्या एकं दिनं नीयते तर्हि भाटकं चत्वारि रूप्यकाणि ।
1. …………शय्या दिनद्वयं नीयते ……….भाटकं ……… ………. ।
2. ………….शय्या ………… …………… भाटकं ……… ……… ।
3. …………वस्त्रकटः ………… ………… ……… ……………….।
4. …………वस्त्रकटः ………… ………… ……… ………………..।
5. …………वस्त्रकटः ………… ………… ……… ……………….।
6. …………उपधानम् ………… ………… ……… ……………….।
7. …………उपधानम् ………… ………… ……… ……………….।
8. …………उपधानम् ………… ………… ……… ………………।
9. …………आच्छादकम् ………… ………… ……… ……………।
10. …………आच्छादकम् ………… ………… ……… …………..।
11. …………आच्छादकम् ………… ………… ……… ………….।
PAGE 29