SthAnivadAdEshonalvidau, achaH parasmin pUrvavidhau: Difference between revisions
SthAnivadAdEshonalvidau, achaH parasmin pUrvavidhau
Content added Content deleted
m (Vidhya moved page स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ + अचः परस्मिन् पूर्वविधौ to स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ + अचः परस्मिन् पूर्वविधौ) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{DISPLAYTITLE:स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ + अचः परस्मिन् पूर्वविधौ}} |
{{DISPLAYTITLE:स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ + अचः परस्मिन् पूर्वविधौ}} |
||
<big>अष्टाध्याय्यां स्थानिवत्त्वातिदेशप्रकरणे चत्वारि सूत्राणि सन्ति –</big> |
|||
<big>१)</big> <big>'''स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ''' (१.१.५६)</big> |
|||
<big>२) '''अचः परस्मिन् पूर्वविधौ''' (१.१.५७)</big> |
|||
<big>३) '''न पदान्तद्विर्वचनवरेयलोपस्वरसवर्णानुस्वारदीर्घजश्चर्विधिषु''' ( १.१.५८)</big> |
|||
<big>४) '''द्विर्वचनेऽचि ( १.१.५९)'''</big> |
|||
<big>'''स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ''' (१.१.५६) '''अचः परस्मिन् पूर्वविधौ''' (१.१.५७) च इत्यनयोः विषये ज्ञातुम् इदं करपत्रं पठ्यताम् | अग्रे इतोऽपि सूत्रद्वयम् अस्ति अस्मिन् प्रकरणे '''न पदान्तद्विर्वचनवरेयलोपस्वरसवर्णानुस्वारदीर्घजश्चर्विधिषु''' (१.१.५८), '''द्विर्वचनेऽचि''' (१.१.५९) चेति | अनयोः सूत्रयोः विषये ज्ञातुं [[9---anye-vyAkaraNa-sambaddha-viShayAH/15---sthAnivattvAtideshaH|'''अत्र''']] पश्यन्तु |</big> |
|||
<big>'''1) स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ''' (१.१.५६) इति सूत्रे भागद्वयम् अस्ति—</big> |
<big>'''1) स्थानिवदादेशोऽनल्विधौ''' (१.१.५६) इति सूत्रे भागद्वयम् अस्ति—</big> |
||