13---bhAShita-saMskRutam/Introductory-Sanskrit-lessons/ktvA-lyap: Difference between revisions
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<big>क्त्वा- ल्यप्</big> |
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== <big>'''क्त्वा- ल्यप् प्रयोगः'''</big> == |
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<big>क्त्वा , ल्यप् इति प्रत्ययौ स्तः।</big> |
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<big>एकः कर्ता कार्यद्वयं क्रमेण करोति । पूर्वकार्यं यद अस्ति तस्य सूचना धातोः क्त्वान्तरूपेण भवति। </big> |
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<big>यदि धातुः उपसर्गसहितः भवति भवति तर्हि क्त्वाप्रत्ययस्य स्थाने ल्यप्-प्रत्ययः भवति।</big> |
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<big>क्त्वान्त् -ल्याप्प्रत्ययान्तानि अव्ययानि स्तः।</big> |
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=== <big>'''क्त्वा प्रत्ययः'''</big> === |
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<big>'''ध्यानेन पठतु---'''</big> |
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! colspan="2" |<big>प्रथमं कार्यं । द्वितीयं कार्यम्</big> |
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!<big>क्त्वान्त रुपम्</big> |
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|<big>बालकः देवालयं गच्छति।</big> |
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|<big>बालकः अर्चति।</big> |
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|<big>बालकः देवालयं गत्वा अर्चति।</big> |
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|<big>बालकः खादति।</big> |
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|<big>बालकः पिबति।</big> |
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|<big>बालकः खादित्वा पिबति।</big> |
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|<big>माता स्नाति।</big> |
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|<big>माता मोदकं पचति।</big> |
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|<big>माता स्नात्वा मोदकं पचति।</big> |
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|<big>सः क्रीडति।</big> |
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|<big>सः खादति।</big> |
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|<big>सः क्रीडित्वा खादति।</big> |
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|<big>त्वं पुस्तकं पठसि।</big> |
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|<big>त्वं उत्तरं देहि।</big> |
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|<big>त्वं पुस्तकं पठित्वा उत्तरं देहि।</big> |
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|<big>अहम् आपणं गच्छामि।</big> |
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|<big>अहं शाकानि आनयामि।</big> |
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|<big>अहम् आपणं गत्वा शाकानि आनयामि।</big> |
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|<big>कृषकाः भूमिं कर्षन्ति।</big> |
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|<big>कृषकाः जलं सिञ्चन्ति।</big> |
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|<big>कृषकाः भूमिं कृष्ट्वा जलं सिञ्चन्ति।</big> |
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|<big>कर्मकाराः कार्यं कुर्वन्ति।</big> |
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|<big>कर्मकाराः वेतनं नयन्ति।</big> |
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|<big>कर्मकाराः कार्यं कृत्वा वेतनं नयन्ति।</big> |
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|<big>रामः चिन्तयति।</big> |
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|<big>रामः उत्तरं लिखति।</big> |
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|<big>रामः चिन्तित्वा उत्तरं लिखति।</big> |
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==== <big>'''क्त्वान्त रूपाणि ---'''</big> ==== |
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|<big>धातुः</big> |
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|<big>लट्लकारः ए.व.</big> |
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|<big>क्त्वान्तरूपम्</big> |
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|<big>१.</big> |
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|<big>गम्</big> |
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|<big>गच्छति</big> |
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|<big>गत्वा</big> |
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|<big>२.</big> |
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|<big>पठ्</big> |
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|<big>पठति</big> |
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|<big>पठित्वा</big> |
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|<big>३.</big> |
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|<big>लिख्</big> |
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|<big>लिखति</big> |
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|<big>लिखित्वा</big> |
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|<big>४.</big> |
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|<big>कृ</big> |
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|<big>करोति</big> |
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|<big>कृत्वा</big> |
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|<big>५.</big> |
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|<big>हस्</big> |
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|<big>हसति</big> |
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|<big>हसित्वा</big> |
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|<big>६.</big> |
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|<big>खाद्</big> |
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|<big>खादति</big> |
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|<big>खादित्वा</big> |
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|<big>७.</big> |
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|<big>धाव्</big> |
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|<big>धावति</big> |
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|<big>धावित्वा</big> |
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|<big>८.</big> |
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|<big>पत्</big> |
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|<big>पतति</big> |
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|<big>पतित्वा</big> |
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|- |
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|<big>९.</big> |
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|<big>स्मृ</big> |
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|<big>स्मरति</big> |
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|<big>स्मृत्वा</big> |
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|<big>१०.</big> |
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|<big>क्री</big> |
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|<big>क्रीणाति</big> |
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|<big>क्रीत्वा</big> |
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==== <big>'''विशेषरूपाणि--'''</big> ==== |
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|<big>धातुः</big> |
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|<big>लट्लकारः ए.व.</big> |
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|<big>क्त्वान्तरूपम्</big> |
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|- |
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|<big>१.</big> |
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|<big>पा</big> |
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|<big>पिबति</big> |
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|<big>पीत्वा</big> |
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|- |
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|<big>२. </big> |
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|<big>दा</big> |
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|<big>ददाति</big> |
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|<big>दत्वा</big> |
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|<big>३.</big> |
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|<big>स्था</big> |
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|<big>तिष्ठति</big> |
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|<big>स्थित्वा</big> |
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|- |
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|<big>४. </big> |
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|<big>रुद्</big> |
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|<big>रोदिति</big> |
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|<big>रोदित्वा</big> |
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|- |
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|<big>५. </big> |
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|<big>पच्</big> |
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|<big>पचति</big> |
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|<big>पक्त्वा</big> |
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|- |
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|<big>६. </big> |
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|<big>भू</big> |
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|<big>अस्ति</big> |
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|<big>भूत्वा</big> |
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|- |
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|<big>७. </big> |
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|<big>दृश्</big> |
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|<big>पश्यति</big> |
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|<big>दृष्ट्वा</big> |
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|- |
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|<big>८.</big> |
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|<big>पृच्छ्</big> |
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|<big>पृच्छति</big> |
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|<big>पृष्ट्वा</big> |
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|- |
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|<big>९.</big> |
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|<big>नम्</big> |
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|<big>नमति</big> |
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|<big>नत्वा</big> |
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|- |
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|<big>१०.</big> |
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|<big>ज्ञा</big> |
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|<big>जानाति</big> |
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|<big>ज्ञात्वा</big> |
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|- |
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|<big>११.</big> |
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|ग्रह् |
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|गृह्णाति |
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|गृहीत्वा |
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Revision as of 21:14, 4 June 2023
क्त्वा- ल्यप् प्रयोगः
क्त्वा , ल्यप् इति प्रत्ययौ स्तः।
एकः कर्ता कार्यद्वयं क्रमेण करोति । पूर्वकार्यं यद अस्ति तस्य सूचना धातोः क्त्वान्तरूपेण भवति।
यदि धातुः उपसर्गसहितः भवति भवति तर्हि क्त्वाप्रत्ययस्य स्थाने ल्यप्-प्रत्ययः भवति।
क्त्वान्त् -ल्याप्प्रत्ययान्तानि अव्ययानि स्तः।
क्त्वा प्रत्ययः
ध्यानेन पठतु---
प्रथमं कार्यं । द्वितीयं कार्यम् | क्त्वान्त रुपम् | |
---|---|---|
बालकः देवालयं गच्छति। | बालकः अर्चति। | बालकः देवालयं गत्वा अर्चति। |
बालकः खादति। | बालकः पिबति। | बालकः खादित्वा पिबति। |
माता स्नाति। | माता मोदकं पचति। | माता स्नात्वा मोदकं पचति। |
सः क्रीडति। | सः खादति। | सः क्रीडित्वा खादति। |
त्वं पुस्तकं पठसि। | त्वं उत्तरं देहि। | त्वं पुस्तकं पठित्वा उत्तरं देहि। |
अहम् आपणं गच्छामि। | अहं शाकानि आनयामि। | अहम् आपणं गत्वा शाकानि आनयामि। |
कृषकाः भूमिं कर्षन्ति। | कृषकाः जलं सिञ्चन्ति। | कृषकाः भूमिं कृष्ट्वा जलं सिञ्चन्ति। |
कर्मकाराः कार्यं कुर्वन्ति। | कर्मकाराः वेतनं नयन्ति। | कर्मकाराः कार्यं कृत्वा वेतनं नयन्ति। |
रामः चिन्तयति। | रामः उत्तरं लिखति। | रामः चिन्तित्वा उत्तरं लिखति। |
क्त्वान्त रूपाणि ---
धातुः | लट्लकारः ए.व. | क्त्वान्तरूपम् | |
१. | गम् | गच्छति | गत्वा |
२. | पठ् | पठति | पठित्वा |
३. | लिख् | लिखति | लिखित्वा |
४. | कृ | करोति | कृत्वा |
५. | हस् | हसति | हसित्वा |
६. | खाद् | खादति | खादित्वा |
७. | धाव् | धावति | धावित्वा |
८. | पत् | पतति | पतित्वा |
९. | स्मृ | स्मरति | स्मृत्वा |
१०. | क्री | क्रीणाति | क्रीत्वा |
विशेषरूपाणि--
धातुः | लट्लकारः ए.व. | क्त्वान्तरूपम् | |
१. | पा | पिबति | पीत्वा |
२. | दा | ददाति | दत्वा |
३. | स्था | तिष्ठति | स्थित्वा |
४. | रुद् | रोदिति | रोदित्वा |
५. | पच् | पचति | पक्त्वा |
६. | भू | अस्ति | भूत्वा |
७. | दृश् | पश्यति | दृष्ट्वा |
८. | पृच्छ् | पृच्छति | पृष्ट्वा |
९. | नम् | नमति | नत्वा |
१०. | ज्ञा | जानाति | ज्ञात्वा |
११. | ग्रह् | गृह्णाति | गृहीत्वा |